परीक्षा की पूर्व तैयारी कैसे करें?
परीक्षा में अच्छी सफलता प्राप्त करने के लिए निम्न तरह से कार्य योजनाएं बनाई जा सकती है ,जो आपको सफलता प्राप्त करने के लिए कारगर सिद्ध हो सकती है ।मुझे आशा है कि आप सभी इस कार्य योजना का उपयोग हर दिन करेंगे ।
1.सर्वप्रथम हिंदी विषय के आसान पाठों की सूची बनाइए। जिस पर कोई भी प्रश्न आया तो आप उसे आसानी से लिख सकते हो,आपको आत्मविश्वास है कि मैं इस पाठ पर आया हुआ कोई भी प्रश्नों के उत्तर अच्छी तरह से लिख सकता हूं । इसकी तैयारी सर्वप्रथम करनी है।
2.इसके बाद आसान पाठों से थोड़े कठिन लगने वाले पाठों की सूची बनाइए। और इन पाठों को नियमित रूप से पढ़ना हैं।इन पाठों पर पूछे जाने वाले प्रश्नों पर भी ध्यान रखकर उनके उत्तर तैयार करना है।
3. इसके उपरांत जो आपको कठिन पाठ लगते हैं उनकी सूची बनाइए। इन पाठों पर अभी तक पूछे गए प्रश्नों की सूची बनाइए। हर दिन इन पाठों पर पूछे गए एक-एक प्रश्नों को हल करके रखना है। इस तरह अपना अध्ययन कार्य योजना कर सकते हो।
अध्ययन के लिए उपयोगी रिसोर्सेस
1. मिनिमम रिसोर्सेस
इसमें पाठ्य पुस्तक, कक्षा की पढ़ाई,अध्यापकों द्वारा बताए जाने वाले प्रश्न -उत्तर,अपने मित्रों की सहायता आदि की सहायता लेकर अध्ययन कर सकते हैं। इसके अलावा विद्यालय की पुस्तकालय का भी उपयोग कर सकते हो ।
2. मैक्सिमम रिसोर्सेस
इसमें पाठ्य पुस्तक के अतिरिक्त सीबीएसई के प्रश्न पत्र, एनसीआरटी बुक्स अप, माय सीबीएसई गाइड, या अन्य ऑनलाइन साधनों की भी सहायता ले सकते हो। आदर्श प्रश्न पत्र आदि की भी सहायता ले सकते हैं।
पिछले साल के प्रश्न पत्र ,इसी साल हुई परीक्षा के प्रश्न पत्र,उन परीक्षा में अपने जो गलतियां की या जिन प्रश्नों में आपको कम नंबर मिले हैं उनके सही उत्तर तैयार करके रखना चाहिए। ताकि वहीं प्रश्न दुबारा आएं तो नंबर नहीं कटना चाहिए।
टापर्स की कार्य योजना
1.जो विद्यार्थी बोर्ड की परीक्षा में टॉपर्स होते हैं, वे हर परीक्षा में की गई गलतियों में सुधार करते हुए आगे बढ़ते हैं।
2.गलत हुए प्रश्नों के उत्तर तैयार करते हैं।
3.हर गलतियों को नोट करते जाते हैं और उसकी पुनरावृत्ति दुबारा नहीं करते।
4. अपने द्वारा हुई गलतियों को सुधारते हैं और इस तरह धीरे-धीरे उनके अंकों में सुधार होता जाता है और अंतिम परीक्षा में वे टॉपर्स बनते हैं।
आप भी इस तरह कार्य योजना बनाकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
अपनी बात
सबसे पहले आपको हर विषय में टार्गेट रखना होगा, तभी आप अच्छी तरह से तैयारी कर सकेंगे। भगवान वही देते हैं, जो आप सोचते हैं। इसलिए अपना लक्ष्य निर्धारित करके ही पूर्व तैयारी करना है। किसी परीक्षा में कम नंबर आना मतलब पूर्व तैयारी ठीक से नहीं हुई है इसका प्रमाण है। अध्ययन नियमित रूप से करना जरूरी है। क्योंकि बिना अभ्यास के कारण, विद्या नष्ट होती है। इसलिए लेखन अभ्यास में कमी नहीं आनी चाहिए।मुझे आशा है कि यह कार्य योजना आपको सफलता दिलाने में कारगर साबित होगी।
आपका हिंदी अध्यापक
डी. बी.देवकत्ते
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