जन-सुविधा के लिए जल
(अनुच्छेद – लगभग 120 शब्दों में)
जल मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। पीने, खाना बनाने, सफाई, सिंचाई और उद्योगों में जल की आवश्यकता होती है। जन-सुविधा के लिए जल की उचित आपूर्ति अत्यंत आवश्यक है। बहुत-से गांवों और शहरों में लोग घंटों लाइन में लगकर पानी भरते हैं या दूर-दूर से पानी लाते हैं। कुछ स्थानों पर जल टैंकर या पानी की ट्रेन से जल पहुँचाया जाता है। नदी, तालाब और कुएं जैसे पारंपरिक स्रोत भी कई क्षेत्रों में अब भी उपयोग में लाए जाते हैं। सरकार और समाज को मिलकर जल संरक्षण के उपाय अपनाने चाहिए। वर्षा जल संचयन और पानी का मितव्ययी उपयोग जन-सुविधा में सहायक सिद्ध हो सकते हैं। जल है तो जीवन है – यह बात हम सभी को समझनी चाहिए।
अगर चाहें तो मैं इसका वर्कशीट या वर्ड फाइल संस्करण भी बना सकता हूँ।
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