बुधवार, 30 सितंबर 2020

संवाद लेखन में करिअर के अवसर

 संवाद लेखन मेंं करिअर के अवसर

  • संवाद का अर्थ क्या है?
  • संवाद का अर्थ है- बातचीत,वार्ता लाप।
  • संवाद किसे कहते है?
  • दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच होने वाली बातचीत को संवाद कहते हैं।

  • संवाद लेखन का क्या उददेश्य है?
  • आज साहित्य के विभिन्न प्रकारों में संवाद लेखन का प्रयोग किया जा रहा है बिना संवादों से विषय विषय का ज्ञान दूसरों तक पहुंचा नहीं सकते। अल्प शिक्षित एवं अशिक्षित लोगों को जानकारी नहीं पहुंचा सकते। संवादों के द्वारा अनपढ़ व्यक्ति भी। उसे समझ सकता है। इसलिए संवाद लेखन महत्वपूर्ण है। लोग कथा को याद नहीं रखते बल्कि महत्वपूर्ण संवादों को हमेशा याद रखते।जैसे नाटक, एकांकी, फिल्म आदि।

  • संवाद लेखन करते वक्त किन बातों की ओर ध्यान देना चाहिए? 
  • किसी भी कृति का महत्वपूर्ण अंग संवाद है। अटक वह सिनेमा हो फिल्म हो या नियमित रूप से प्रसारित होने वाली सीरियल हो। संवादों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है तो सोमवार लिखते वक्त लेखक को कुछ महत्वपूर्ण बातों को याद रखना पड़ता है। नाटक को देखने वाले फिल्म को देखने वाले सीरियल को देखने वाले लोग विभिन्न वर्गों के होते हैं। उन्हें आसानी से समझाने के लिए इन सामान्य बातों का संवाद लेखक को ध्यान रखना पड़ता है।

  • संवाद दिए गए विषय के अनुसार होना चाहिए।
  • संवाद करते वक्त पात्रों का ध्यान में रखना पड़ेगा। संवाद लेखन में शब्द मर्यादा का भी ध्यान रखना है। संवाद लेखन का। संवाद लेखन करते समय सरल एवं आसान भाषा का प्रयोग करना चाहिए। संवाद लेखन में पात्रों की भाषा उनके शिक्षा के अनुसार होना चाहिए। संवाद लेखन में विराम चिन्ह की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। विराम चिन्हों का उचित प्रयोग ना होने पर उसके अर्थ का अनर्थ हो जाता है। इसलिए इन बातों की ओर विशेष ध्यान देना है।

  • संवाद लेखन की जरूरत किन-किन क्षेत्रों में होती हैं?
  • दृश्य माध्यमों में नाटकों का विशेष महत्व है। जब कोई  कहानीकार कहानी लिखता है तो उसे नाटकों में रूपांतरित करने के लिए भी संवाद लेखन की आवश्यकता होती है और आज जो प्रसिद्ध नाटक हुए, उसमें संवाद लेखक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है तो चले नाटक को भी एक महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में हम उसे देख सकते हैं।
  •    आज का सबसे चर्चित माध्यम फिल्मी         दुनिया है। फिल्मों के कथावस्तु को संवाद 

         के रूप में रूपांतरित करने के लिए एक               अच्छे संवाद लेखक की बहुत जरूरत 

          होती है।

  •  टीवी सीरियल भी आज बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। इसमें भी संवाद लेखन की जरूरत होती है। जो लोग इसमें कैरियर करना चाहते हैं। वे अगर  संवाद लेखन का अध्ययन करके इस क्षेत्र में उतरे। तो उनका एक अच्छा करियर बन सकता है।
  •  विज्ञापन का क्षेत्र विज्ञापन आज मीडिया का मुख्य आधार है। 
  • विज्ञापन पर ही मीडिया चल रहा है। इसलिए मीडिया विज्ञापनों में एक प्रभावी विज्ञापन संवाद लेखक की जरूरत होती है। 
  • विज्ञापनों के संवाद लोगों के दिल में बैठ जाते हैं। 
  • विज्ञापनों के संवाद लोगों के दिलों में राज करते हैं। इसीलिए विज्ञापन के क्षेत्र में संवाद लेखन की बहुत जरूरत है और अच्छे संवाद लेखक इसमें अपना करियर विज्ञापन के क्षेत्र में भी बना सकते हैं।

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Hindi darpan2020


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Career opportunities in dialogue writing


 What is the meaning of dialogue?

 Dialogue means dialogue, dialogue

 What is a dialogue?

 Dialogue is the interaction between two or more persons.


 What is the purpose of dialogue writing?

 Today dialogue writing is being used in different types of literature, without dialogues, knowledge of the subject cannot be passed on to others.  Information cannot be conveyed to the less educated and uneducated people.  Illiterate person also through dialogues.  Can understand it.  Therefore dialogue writing is important.  People do not remember fiction but always remember important dialogues like drama, drama, film etc.


 What should be considered while writing dialogue?

 Dialogue is an important part of any work.  Stuck whether it be a cinema or a regular serial.  The role of dialogues is very important, while writing Monday, the writer has to remember some important things.  The people who watch the drama and watch the serial are from different classes.  In order to explain them easily, the writer has to take care of these common things.


 The dialogue should be according to the given topic.

 The characters have to be kept in mind while communicating.  The word decorum is also to be taken care of in dialogue writing.  Of dialogue writing.  Simple and easy language should be used while writing dialogue.  In dialogue writing the language of the characters should be according to their learning.  Special attention should be paid to punctuation in dialogue writing.  If punctuation is not used properly, its meaning is lost.  Therefore special attention has to be paid to these things.


 What are the areas in which dialogue writing is needed?

 Today's most talked about medium is the film world.  A good dialogue writer is needed to convert the content of films into dialogue.

 Plays have special significance in visual mediums.  When a storyteller writes a story, it also needs dialogue writing to convert it into plays and the role of the dialogue writer is considered to be very important in the famous plays that took place today, so let us play drama as an important area  Can see it

 TV serial has also become very important today.  Dialogue writing is also required in this.  People who want to pursue a career in it.  If they landed in this area after studying dialogue writing.  So they can have a good career.

 Advertising sector Advertising is the mainstay of media today.

 Media is playing on advertisement itself.  Therefore media advertisements require an effective advertising dialogue writer.

 The dialogues of the advertisements sit in the heart of the people.

 The dialogues of advertisements rule the hearts of people.  That is why there is a great need for dialogue writing in the field of advertising and good dialogue writers can make their careers in the field of advertising as well.


 If you like this information, please like, comment and share it.

मंगलवार, 29 सितंबर 2020

29.09.2020 मेरी दिन चर्या

 29.09.2020 मेरी दिनचर्या

 आपको बताते हुए खुशी हो रही है कि आज हमने प्रतियोगिता परीक्षा में हिंदी का आठवां भाग प्रकाशित किया। यह प्रतियोगिता बच्चों में हिंदी के प्रति रुचि निर्माण करने के लिए ली जा रही है। आपको बताते हुए मुझे खुशी होती है कि अभी तक पूरे भारतवर्ष से। लगभग 2100छात्र-छात्राएँँ,अध्यापक एवं प्राध्यापकों ने यह परीक्षा दे दी है। और उनकी प्रतिक्रिया भी बहुत अच्छी आई है। इसमें हर भाग में 10 प्रश्नों को लिया जाता है बच्चे! प्राध्यापक एवं महाविद्यालय के विद्यार्थी भी बड़े हर्षोल्लास के साथ इस में सम्मिलित हो रहे हैं।  बच्चों की सहभागिता बहुत अधिक मात्रा में दिख रही है। और इसीलिए हम हर हफ्ते में एक प्रश्नोत्तरी प्रकाशित करने का निर्णय लिया है और इससे खुशी भी हो रही है और बच्चों के ज्ञान में वृद्धि हो रही है।
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English translate.

29.09.2020 my routine


 Glad to tell you that today we published the eighth part of Hindi in the competition examination.  This competition is being taken to build interest in children towards Hindi.  I am happy to tell you that from all over India so far.  About 2100 students, teachers and teachers have given this test.  And his response has also been very good.  In this, 10 questions are taken in every section, children!  Professors and college students are also joining in this with great enthusiasm.  Children's participation is seen in very large quantities.  And that's why we have decided to publish a quiz every week and it is also encouraging and increasing the knowledge of children.

सोमवार, 28 सितंबर 2020

हिंदी भाषा में रोजगार के अवसर।

  हिंदी भाषा में रोजगार के अवसर**

 हिंदी भाषा जनमन की भाषा है। भारत की राजभाषा और लोक मान्यता से राष्ट्रभाषा है। इसमें जितना आप

 कुछ कहा जाए वह कम ही है। ऐसी स्थिति में। क्या हिंहिंदी भाषा में रोजगार के अवसर।दी में रोजगार के अवसर है ऐसे कई सारे प्रश्न हमारे मन में उपस्थित होते हैं? बारीकी से जब देखते हैं। तो हिंदी में रोजगार के बहुत अवसर है। सिर्फ उसे ढूंढने की जरूरत है। तू कुछ क्षेत्र में बताऊंगा। वह निम्न तरह। सबसे पहले। मीडिया! प्रिंट मीडिया! इलेक्ट्रॉनिक मीडिया। प्रिंट मीडिया में। समाचार पत्र। पत्र पत्रिकाएं। पुस्तकों का प्रकाशन। आदि। 

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में। टीवी चैनल्स! इंटरनेट। यूट्यूब! रेडियो! आदि। बच्चों को। तय करना है। मुझे किस में रुचि है? और उसी के अनुसार उसमें ज्ञान प्राप्त करना है। और उसमें आगे बढ़ना है तभी हम। अपना करियर! बना सकते हैं। और अपनी पहचान बना सकते हैं। रोजी-रोटी का साधन भी बना सकते हैं। और इसीलिए हिंदी में।

 रोजगार के। बहुत से अवसर मिलते हैं। जरूरत है। मुझे ढूंढने की उस में माहिर होने की।



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English translate:



Hindi language employment opportunities **


 Hindi language is the language of the common man.  Official language of india

 And is the national language by public recognition.  As much as you

 It is rare to say anything.  In such a situation.  Are there many employment opportunities in the Hindi language. There are many such questions in our mind?  Look closely when.  So there is a lot of employment opportunities in Hindi.  Just need to find him.  You will tell me in some area.  Like that.  first of all.  Media!  print media!  electronic media.  In print media.  Newspaper.  Letter - Magazines.  Publication of books.  e.t.c.  In electronic media.  TV channels!  Internet.  Youtube!  radio!  e.t.c.  To the children.  Have to decide.  What am i interested in?  And according to that, to get knowledge in it.  And?  Only then we have to move forward in that.  Your Career!  Can make  And make their own identity.  You can also make a living.  And that's why in Hindi.  Of employment.  There are many opportunities.  needed.  To be expert in finding me.

28.09.2020 मेरी दिनचर्या

 28.09.2020 मेरी दिनचर्या

कोरोना ने सामान्य जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है । इसकी भयावह स्थिति से लोग काफी डरे हुए है।कोरोना अब देहातों मेंं भी पहुँच गया है। इन्हीं दिनों में काफी बारीश हुई है। किसानों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई हैं।बारीश के कारण फसल चली गई। खेती में नदियाँ और नहरों का पानी घूस जाने से फसलें और जमीन भी नष्ट हुई है।इस समय किसानों की हालात खराब हुई है।

मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि किसान भाईयों को इन बूरी हालत से बाहर निकलने की शक्ति प्रदान करें।


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English Translate-



28.09.2020 My routine


 Corona has disturbed normal life.  People are quite frightened by its terrible condition. Corona has now reached the countryside as well.  There has been a lot of change in those days.  The situation of the farmers has become extremely pathetic. The crop was lost due to rain.  Crops and land have also been destroyed due to the ingestion of water of rivers and canals in farming. The situation of farmers has deteriorated at this time.


 I pray to God that the farmers should be empowered to get out of these bad conditions.

शुक्रवार, 25 सितंबर 2020

25.09.2020 मेरी दिनचर्या

 मेरी दिनचर्या

कोरोना ने सभी को परेशान कर दिया है।हर आदमी परेशानी 

में जीवन यापन कर रहा है।आज भी लोग़ों में भाईचारा दिखाई 



दे रहा हैं। इसलिए ऐसी मुश्किल घडी में भी आदमी उम्मीद 

बनाया हुआ है।ईश्वर की कृपा के बिना कुछ भी संभव नहीं है।


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English Translate:

my daily routine


 Corona has upset everyone. Every man has trouble


I am living a life. Today, brotherhood is visible 

among the people.  Therefore, even in such a 

difficult time, man is expected. Nothing is 

possible without the grace of God.

ज्ञान का सारथी - गुगल

 ज्ञान का सारथी -  गुगल

इस से दूर रहो

 

         **इस से दूर रहो**

 मनुष्य की वास्तविक समस्या क्या है?  इसलिए मैं पुरानी चीजें फेंक कर बैठ जाता था।  यह वास्तव में कुछ भी करने के लिए नेतृत्व नहीं करता है।  लेकिन जब तक यह समझ में आता है, तब तक समय बीत चुका होता है।  दुनिया में कई चीजें हैं जिन्हें आसानी से त्याग दिया जा सकता है।  लेकिन इसे धारण करने की जिद हमारी परेशानी का कारण बन रही है।  ऐसी कौन सी चीजें हैं जो दी जा सकती हैं?


 * छोड़ना *:

 लगातार दूसरों को ताना मारना।


 * छोड़ना *:

 लगातार दूसरों की गलतियों को इंगित करना।


 * छोड़ना *:

 दूसरों की सफलता से जलन महसूस करना।


 * छोड़ना *:

 दूसरे के धन की इच्छा करना।


 * छोड़ना *:

 दूसरे को पाप करना।


 * छोड़ना *:

 दूसरों के दुखों में अपनी खुशी मानते हैं।


 * छोड़ना *:

 दूसरों के निजी जीवन में झांकना।


 * छोड़ना *:

 खुद की तुलना दूसरों से करना।


 * छोड़ना *:

 लगातार दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा।


 * छोड़ना *:

 दूसरे की तुच्छ पूछताछ करना।


 * छोड़ना *:

 दूसरों को कम आंककर श्रेष्ठ महसूस करना।


 * छोड़ना *:

 तुम्हारा झूठा अहंकार


 * छोड़ना *:

 दूसरे को दुःखी करना क्योंकि कोई स्वयं को दुःखी कर रहा है।


 * छोड़ना *:

 किसी व्यक्ति से बात किए बिना पृष्ठभूमि में किसी अन्य व्यक्ति की आलोचना करना, मापना, यह दिखाना कि मैं कितना श्रेष्ठ हूं, यह दर्शाता है कि मेरे जैसा कोई और नहीं है।


 * छोड़ना *:

 मैं सभी दोस्तों और परिवार में सबसे चतुर हूं, मैं लोगों को पागल, कम लोगों को ड्राइव कर सकता हूं।


 * याद है। *

 हम अपने धोखेबाज, स्वार्थी स्वभाव के साथ एक या दो बार लोगों को पागल कर सकते हैं, लेकिन एक बार जब लोगों को पता चलता है कि लोग हमसे दूर जाने लगते हैं।


 * जो आप दूसरों को देते हैं वही आपको वापस मिलता है। *

 * अच्छा दें और अच्छा पाएं।  यदि आप बुरा देते हैं, तो आप जल्दी या बाद में खराब हो जाएंगे

मूल लेख (मराठी)

लेखक- अज्ञात

(अनुवाद हिंदी मेंं किया)

गुरुवार, 24 सितंबर 2020

जिंदगी का नाम है, सीखना

  "जिंदगी का नाम है, सीखना" 


 अभी टीवी पर एक विज्ञापन बहुत लोकप्रिय हो गया है।  उस विज्ञापन में, एक दादी अपनी पोती से साइकिल चलाना सीख रही है।  यह आपको हँसाता है, यह आपको खुश करता है, यह आपको कुछ नया सीखने के लिए खुश करता है।  दुनिया के किसी भी हिस्से में सफल लोगों की सफलता की कहानियां पढ़ें।  वे ऐसे लोग हैं जो किसी भी उम्र में कुछ भी नया सीखने से नहीं कतराते हैं।

 जापान में, इस शब्द का उपयोग निरंतर और कभी न खत्म होने वाली प्रगति के लिए किया जाता है।  कज़ान जापान के व्यापार की दुनिया में सिर्फ एक शब्द नहीं है, यह उनकी सफलता की कुंजी है।  इसमें योद्धाओं के जीवन को भी दर्शाया गया है।  हैरानी की बात है कि जापान के लोगों की यह दृष्टि अब पूरी दुनिया के लोगों की दृष्टि बन गई है।  मैं दुनिया के विभिन्न हिस्सों के सफल लोगों से मिला हूं।  फिर वे कला, खेल, उद्योग की दुनिया से होंगे।  वे सभी अपने भले के लिए काम करते रहे हैं।  वे जानते हैं कि इस बदलती दुनिया में सफल होने के लिए, उन्हें लगातार नई चीजें सीखनी चाहिए।  साथ ही पहले से कुछ बेहतर खोजा जाना चाहिए।  सफल लोग लगभग हर एक स्थिति के नियंत्रण में हैं।  इसलिए वे खुद को अपने आसपास की बदलती दुनिया की तरह बदल रहे हैं।  इसलिए वे दुनिया को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।


 क्या आप कुछ नया सीखने के लिए उत्सुक हैं?

 यदि आप यह निर्धारित नहीं कर सकते हैं कि क्या आपको कुछ नया सीखने का शौक है, तो ये चीजें आपको सुनिश्चित करने में मदद कर सकती हैं।  आप कुछ नया सीखते हैं, क्योंकि आप सीखना चाहते हैं।  इसलिए नहीं कि यह आपका दायित्व है।  जो लोग हमेशा कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित होते हैं वे न केवल अधिक प्रश्न पूछते हैं, बल्कि स्वयं उन प्रश्नों के उत्तर खोजने का भी प्रयास करते हैं।  यदि आप ऐसे लोगों में से एक हैं, तो आप अपनी रुचि और इसके लिए आवश्यक जानकारी इकट्ठा करने में तल्लीन हैं।  तो आप जीवन और बदलती दुनिया का एक सुंदर संयोजन बना सकते हैं।  आप अपने लक्ष्यों और सपनों के लिए सही दिशा बनाने के लिए आवश्यक कौशल और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।


 यह मानने का कोई कारण नहीं है कि आप सब कुछ नहीं जानते हैं।

 कुछ लोग कुछ नया सीखने के लिए खुद से प्रेरणा लेते हैं।  वे आपके कौशल, आपकी कमियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं।  वे आपके बारे में कुछ नहीं जानते।  यदि आप अपनी प्रगति और अपने ज्ञान के बीच के अंतर को समझते हैं, यदि आप अपने कौशल को अपने दम पर बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं, तो यह आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।


 आप हमेशा बड़े जोखिम लेने के लिए तैयार हैं और तदनुसार अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए तैयार हैं।

 आपसे हमेशा उच्च उम्मीदें हैं और उनसे मिलने के लिए कड़ी मेहनत करें।  आप उन लोगों के लिए अपने कौशल में विश्वास करते हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित होते हैं।  क्योंकि वह आपके द्वारा शुरू किए गए प्रयास के बल पर आपके जीवन से बहुत कुछ प्राप्त कर लेता है।  यदि आप अपने सुरक्षित क्षेत्र से बाहर निकलने और एक बड़ा जोखिम लेने से डरते नहीं हैं, तो आपको आश्चर्य होगा कि आप जीवन में बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।


 एक बार जब आप कोई काम शुरू करते हैं, तो आप इसे बीच में नहीं छोड़ते।

 क्या आप चुनौतियों से दूर रहना, मुसीबत से एक कदम पीछे हटना पसंद नहीं करते?  जो लोग खुद से कुछ नया सीखने की कोशिश करते हैं।  जो अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक जागरूक हैं।  वे कड़ी मेहनत करने या चुनौतियों का सामना करने के लिए पीछे नहीं हटते।  जीवन में सफल होने के लिए, आपको दूसरों को जवाबदेह रखने के बजाय खुद को जवाबदेह रखने की आवश्यकता है।  यदि आप खुद को जवाबदेह ठहराते हैं, तो आप निश्चित रूप से अपने आप ही बाधाओं को दूर कर पाएंगे।  यह आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी मदद करेगा

मूल लेख (मराठी)

लेखक - अज्ञात

(अनुवाद - हिंदी में किया)


24.09.2020 Teaching experience

                                            अध्यापन अनुभव 

कोरोना के बीच अध्यापन करते हुये बहुत सी दिक्कते आ रही है। 

बच्चे स्कुल कब खुलेगी इसके बारे मे पुछ रहे है । 

उनको परीक्षा की चिन्ता लगी हुई है।कुछ बच्चो को नेट वर्क नही मिल रहा है।

 ऐसी स्थिति मे उन्हे क्या जवाब दे।घर मे बैथकर बच्चे काफी परेशान नजर आ रहे है।


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English Translate.


Teaching experience


There are many problems while teaching between Corona.


Children are asking about when the school will open.


They are worried about the exam. Some children are not getting net work.


 What should they answer in such a situation. Children in the house are looking very upset.





24.09.2020 मेरी दिन चर्या

                                                            मेरी दिन चर्या  

कोरोना के कारण आज का जीवन बहुत ही मुश्किल भरा हो गया है। 

आज क्या करे और क्या न करे ऐसी स्थिति बन गयी है।

हर दिन कुछ नया ही सुनने को मिल रहा है।

 ऐसे समय में क्या करना चाहिए ऐसे प्र्श्न मन में  आते रहते है।





English Translate

my routine


Today's life has become very difficult due to Corona.


Today, what has happened and what not to do has become such a situation.Everyday something new is being heard.


 What should be done in such a time, such questions keep coming in mind.



बुधवार, 23 सितंबर 2020

CBSE HINDI KI CHABI हिंदी शिक्षण मंच

"CBSE HINDI KI CHABI - हिंदी शिक्षण मंच"

"सीबीएसई हिंदी की चाबी हिंदी शिक्षण मंच" यह शीर्षक  पढकर  आपको आश्चर्य लगा होगा। क्यों ? इसका  मतलब क्या है? इस के माध्यम से आप क्या बताना चाहते हो? यही ना? तो देखिए! सीबीएसई में  पढ़ने वाले। सभी बच्चों का। हिंदी विषय! समग्र पाठ्यक्रम। एक ही क्षेत्र में। रखा गया है। वह है टेलीग्राम का हिंदी शिक्षण मंच इस मंच से आप अगर जुड़ जाएंगे? तो आपको समग्र जानकारी इसमें मिलेगी। इसमें क्या क्या है? कक्षा पहली से लेकर 12वीं तक का समग्र पाठयक्रम इस मंच के अंतर्गत संकलित किया गया है। हिंदी विषय की जानकारी लेने के लिए आपको अन्यत्र कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है। देश में प्रकाशित विभिन्न शिक्षकों के। महत्वपूर्ण वीडियो। विद्वान लेखकों के पीपीटी नोट्स एवं अन्य साधनों का संकलन इसमें किया गया है। मैं आपसे निवेदन करता हूं कि आप एक बार जरूर इस चैनल को जुड़ जाइए। और आपके ज्ञान की कुंजी अपने हाथ में लिखिए। इसके लिंक? नीचे दी गई है। मैं आशा करता हूं कि आप सभी हिंदी शिक्षण मार्च को। अपनाएंगे। क्यों हिंदी में आने वाली? दिक्कतों को। कठिनाइयों को समस्याओं का। हल! इसमें ढूंढने में आपके पास आए तो भी। इसमें? सीबीएसई 10वीं के प्रश्न पत्र। कक्षा नवी दसवीं का नवीनतम पाठ्यक्रम। या अन्य बहुत कुछ? रखा गया है देखोगे? तो दिखेगा? समझोगे? समझ में आएगा। अभी नीचे दी गई लिंक को सब्सक्राइब कीजिए। और हिंदी मंच के साथ जुड़ जाइए। अगर आपके मोबाइल में टेलीग्राम ऐप नहीं है? तो उसे डाउनलोड कर लीजिए। और अपने बच्चों का भविष्य।  सुधारी!  खुद का भविष्य सुधारी है।  और हिंदी का ज्ञान वर्धन कीजिए। धन्यवाद!
हिंदी विषय के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए एवं परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए छात्र-छात्राएं,अध्यापक,
अभिभावक एवं हिंदी-प्रेमी इस लिंक से टेलीग्राम को ज्वाइन कर सकते हैं।
https://t.me/hindi_2002
आपके मोबाइल में टेलीग्राम ऐप नहीं है तो प्ले स्टोर से टेलीग्राम एप डाउनलोड कर लीजिए।

आज का प्रभावी माध्यम -इंटरनेट

 आज का प्रभावी माध्यम -इंटरनेट 

इंटरनेट सर्वाधिक प्रभावशाली माध्यम है। यह संसार में उपलब्ध सामग्री को परस्पर जोड़ने का कार्य करता है। इंटरनेट ज्ञान का भंडार है। इसमें हर देश के समाचार पत्र पुस्तक के व्याख्यान विचार बिंदु का पुत्र। जीवन का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जिसकी जानकारी इसमें ना प्राप्त होती हो। घर बैठे हर वक्त इसमें यह पत्र ज्ञान की प्राप्ति व्यक्ति को होती है। आजकल इंटरनेट के माध्यम से बिल भरा जा सकता है। टिकट बुक कराई जा सकती है। आप तो घर बैठे खरीददारी भी की जा रही है। इसके माध्यम से आर्थिक और अन्य तरह केअपराधियों को भी अंजाम दिया जा रहा है। इस तरह के अपराधों में पड़े लिखिए युवक युवतियां लिप्त है। इंटरनेट की सुविधा समय बचाने के साथ-साथ कार्यकुशलता बढ़ाती है। लेकिन ऐसे अपराधों की वजह से लोग इसका प्रयोग करने से डरने  लगे हैं। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि समाज को तकनीक का सकारात्मक प्रयोग सिखाना अति आवश्यक है।

भाई बहन का पवित्र त्योहार- रक्षाबंधन


भाई बहन का पवित्र त्योहार- रक्षाबंधन

रक्षाबंधन हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। यह त्योहार भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बाँधती हैं और अपने भाई की लंबी आयु की कामना करती हैं। भाई अपनी बहन को उसकी रक्षा का वचन देता है।


यह राखी का त्योहार संपूर्ण भारतवर्ष में मनाया जाता है। हम यह पर्व सदियों से मनाते चले आ रहे हैं। आजकल इस त्योहार पर बहनें अपने भाई के घर राखी और मिठाइयाँ ले जाती हैं। भाई राखी बाँधने के पश्चात् अपनी बहन को दक्षिणा स्वरूप रुपए देते हैं या कुछ उपहार देते हैं।

 अपने भाइयों के लिए। खरीदारी करती हैं, तो भाई अपनी बहनों के लिए साड़ी आदि खरीदते हैं और उन्हें देते हैं। यह खुशियों का त्योहार है। हमारे हिन्दू समाज में वो लोग इस त्योहार को नहीं मनाते, जिनके परिवार में से रक्षाबंधन वाले दिन कोई पुरुष-भाई, पिता, बेटा, चाचा, ताऊ, भतीजा-मर जाता है। इस पुण्य पर्व पर किसी पुरुष के निधन से यह त्योहार खोटा हो जाता है। फिर यह त्योहार पुनः तब मनाया जाता है जब रक्षाबंधन के ही दिन कुटुंब या परिवार में किसी को पुत्र की प्राप्ति हो।

लघुकथा लेखन

 दिए गए प्रस्थान बिंदुओं के आधार पर  शीर्षक सहित लघु कथा लिखिए।

प्रस्थान बिंदु -

सुनील एक समाजसेवी है। वह गरीबों के हितार्थ काम करता रहता है और सदैव व्यस्त रहता है। आज नेताजी आने वाले हैं। और उसे गरीबों में कंबल बांटने जाना है। उसके पिताजी का चश्मा कई दिनों से टूटा पड़ा है। वह सुनील को फिर से याद दिलाते हुए उसे चश्मा बनवाने के लिए कहते हैं। परंतु उनकी आवाज गाड़ी की गड़गड़ाहट में दबकर रह जाती है।

                समाज सेवी

ड्राइवर जल्दी करो वरना देर हो जाएगी। सुनील तैयार होती हुई बोला जी साहब! ड्राइवर तुरंत गाड़ी लेकर गेट पर आ गया। सुनील एक समाजसेवी था जो गरीबों के हित में काम किया करता था और सदैव व्यस्त रहता था बेटा सुनील! जरा मेरा चश्मा बनवा देना। 1 हफ्ते से टूटा पड़ा है। सुनील के पिताजी ने उसे याद दिला दी हुई का पिता जी आज फुर्सत नहीं है। मंत्री महोदय आ चुके होंगे। आज गरीबों को कंबल बांटने जाना है। सुनील बाहर निकलते। हुआ बोला।

      बेटा लौटते समय बनवा लेना चश्मा तो लेते जाओ। परंतु पिताजी की आवाज गाड़ी की गड़गड़ाहट में कहीं खो गई। गाड़ी की गड़गड़ाहट धीरे-धीरे हल्की होते-होते खत्म हो गई। गाड़ी जा चुकी थी। पिताजी को अपने बेटे पर गर्व था परंतु उनकी आंखों में आंसू थे।

क्या जीवन में पुस्तकों का महत्व है?

 क्या जीवन में पुस्तकों का महत्व है?

             पुस्तकें (Books)हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और हमारे सच्चे मार्गदर्शक कहलाते हैं। हम ताउम्र उनसे सीखते हैं और विरासत के रूप में उन्हें सहेज के भी रखते हैं। 


पुस्तकों के आ जाने के बाद ज्ञान के आदान-प्रादान में क्रांति सी आ गयी, जो की मानव (Human)विकास के लिये बहुत ही निर्णायक साबित हुई।

पुस्तक हमारे जीवन(Life) के आधार होते हैं और हर व्यक्ति को जीवन के किसी न किसी मोड़ पर इनको साथी आवश्य बनाना पड़ता है। 

पुस्तक हमारे सच्चे दोस्त(Friend) होते हैं जिनके रहते जीवन को एक सही दिशा मिलती है। कभी-कभी तो ये हमारे पक्के दोस्त भी होते हैं, जो हमे वर्णमाला से लेक कर जीवन के कठिन सवालों तक के जवाब बड़े आसानी से दे देते हैं।

पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र होती है वह हमें सभ्य बनने में सहायता करती है। पुस्तक हमारा मार्गदर्शन करती है। ... पुस्तकें हमारे लिए बहुत ही उपयोगी है और इनमें लिखी हर बात जीवन के किसी न किसी पड़ाव में अवश्य काम आती है।



 पुस्तकों का हमारे जीवन में बहुत महत्व (Important) है।वो हमें संस्कार और ग्यान देकर एक अच्छा इंसान बनाती है।

पुस्तक में अच्छा या बुरा प्रभाव छोड़ने की अनुपम शक्ति होती है । अच्छी पुस्तक मानव का कल्याण करने में बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका (Role)निभाती है, जबकि खराब पुस्तक या विकृत साहित्य घातक रोग से भी अधिक नुकसान करने में सक्षम होती है।

पुस्तकें उनका अकेलापन दूर करती हैं। कहानियों के जरिये वे उनको जीवन के मूल्यों की शिक्षा देती हैं जो उनके लिए बहुत उपयोगी होती है।



 पुस्तकें दुनिया(World) में सब के मन को प्रभावित करती हैं और उनके मन में प्रेम और एकता की भावना जगाती हैं। लोगों को अपने देश (Country)की महिमा बताती हैं और उन्हें अपने देश से प्रेम (Love)करना सिखाती हैं।

समय का महत्व

 समय का महत्व

समय धन से भी ज्यादा कीमती है; क्योंकि यदि धन को खर्च कर दिया जाए तो यह वापस प्राप्त किया जा सकता है हालांकि, यदि हम एक बार समय को गंवा देते हैं, तो इसे वापस प्राप्त नहीं कर सकते हैं।

 समय के बारे में एक सामान्य कहावत है कि, “समय और ज्वार-भाटा कभी किसी की प्रतीक्षा नहीं करते हैं।” यह बिल्कुल पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व की तरह ही सत्य है, अर्थात्, जिस तरह से पृथ्वी पर जीवन का होना सत्य है, ठीक उसी तरह से यह कहावत भी बिल्कुल सत्य है। 

समय बिना किसी रुकावट के निरंतर चलता रहता है। यह कभी किसी की प्रतिक्समय और ज्वार-भाटा कभी किसी की प्रतीक्षा नहीं करते हैं।” यह बिल्कुल पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व की तरह ही सत्य है, अर्थात्, जिस तरह से पृथ्वी पर जीवन का होना सत्य है, ठीक उसी तरह से यह कहावत भी बिल्कुल सत्य है। 


समय बिना किसी रुकावट के निरंतर चलता रहता है।

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English Translate:


Importance of time


 Time is more valuable than money;  Because if money is spent it can be regained. However, if we lose time once, we cannot get it back.


 There is a general saying about time, "Time and tide never wait for anyone."  This is just as true as the existence of life on earth, that is, just as the existence of life on earth is true, in the same way this saying is also absolutely true.



 Time goes on continuously without any interruption.  It is never waiting for anyone and never waiting for anyone. ”  This is just as true as the existence of life on earth, that is, just as the existence of life on earth is true, in the same way this saying is also absolutely true.



 Time goes on continuously without any interruption.

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मधुर वाणी

 मधुर वाणी


किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए व्यक्ति के व्यक्तित्व की निर्णायक भूमिका होती है और व्यक्तित्व विकास के लिए भाषा का बहुत महत्त्व होता है, परन्तु इसके साथ-साथ वाणी की मधुरता भी उतनी ही आवश्यक है।


बड़ो से हमेशा सुनते आएं हैं कि वह वाणी ही हैं जिससे मनुष्य के स्वाभाव का अंदाज़ा होता है। ईश्वर ने हमें धरती पर प्रेम फ़ैलाने के लिए भेजा है, और यही हर धर्म का सन्देश हैं। प्रेम की तो अजीब ही लीला है, प्रभु के अनुसार तो स्नेह बाँटने से प्रेम बढ़ता है...

मधुर वाणी मनोनुकूल होती है जो कानों में पड़ने पर चित्त द्रवित हो उठता है। वाणी की मधुरता ह्रदय-द्वार खोलने की कुंजी है। एक ही बात को हम कटु शब्दों में कहते हैं और उसी को हम मधुर बना सकते हैं। वार्तालाप की शिष्टता मनुष्य को आदर का पात्र बनाती है और समाज में उसकी सफलता के लिए रास्ता साफ़ कर देती है।

वाणी मनुष्य को ईश्वर की अनुपम देन है। मनुष्य का भाषा पर विशेष अधिकार है। भाषा के कारण ही मनुष्य इतनी उन्नति कर सका है। हमारी वाणी में मधुरता का जितना अधिक अंश होगा हम उतने ही दूसरों के प्रिय बन सकते हैं। हमारी बोली में माधुर्य के साथ-साथ शिष्टता भी होनी चाहिए।


मधुर वाणी मनोनुकूल होती है जो कानों में पड़ने पर चित्त द्रवित हो उठता है। वाणी की मधुरता ह्रदय-द्वार खोलने की कुंजी है। एक ही बात को हम कटु शब्दों में कहते हैं और उसी को हम मधुर बना सकते हैं। वार्तालाप की शिष्टता मनुष्य को आदर का पात्र बनमीठी वाणी बोलने के कारण आप खुद भी काफी शांत रहते हैं यह आपके दिल और दिमागी हालत के लिए बहुत ही अच्छा होता है । मिहि वाणों के कारण गुस्सा कम आता है और यदि आपके सामने वाले व्यक्ति को भी आ रहा है तो मीठी वाणी उसको भी शांत कर देता है । मीठी वाणी के कारण संबंध हमेशा अच्छे बने रहते हैं घर परिवार दोस्त कभी नही टूटते ।

हमारी वाणी ही हमारी शिक्षा-दीक्षा, कुल की परंपरा और मर्यादा का परिचय देती है। इसलिए हमें वार्तालाप में व्यापारिक बातचीत एवं निजी बातचीत में थोडा अंतर रखना चाहिए। वाणी किसी भी स्थिति में कटु एवं अशिष्ट नहीं होनी चाहिए।

मीठी वाणी बोलने के कारण आप खुद भी काफी शांत रहते हैं यह आपके दिल और दिमागी के लिए बहुत ही अच्छा होता है ।वाणी किसी भी स्थिति में कटु एवं अशिष्ट नहीं होनी चाहिए।मधुर वाणी मनोनुकूल होती है जो कानों में पड़ने पर चित्त द्रवित हो उठता है। वाणी की मधुरता ह्रदय-द्वार खोलने की कुंजी है।

कबीर के इस दोहे से मधुर वाणी का बोलने का महत्व और संदेश मिलता है। मधुर वाणी एक सम्मोहन के समान है जिसके द्वारा हम किसी को भी मोहित कर सकते हैं और उससे अपना मनचाहा कार्य करा सकते हैं। मधुर वाणी एक हथियार के समान है जिसके माध्यम से किसी पर भी विजय पाई जा सकती है, किसी के भी मन को जीता जा सकता है। मधुर वाणी एक सद्गुण है इसको धारण करने वाले को सब पसंद करते हैं।

जल ही जीवन है।

 

            जल ही जीवन है।

जल हमारे जीवन में हर-एक कदम पे उपभोगी है| उदहारण के तौर पे जल पिया जाता है जीने के लिए| जल खाना बनाने के लिए इस्तमाल होता है| जल नहाने के लिए उपयोग होता है | जल से कपड़े तथा  हर एक चीज़ जिसको धोया जा सके जल के द्वारा किया जाता है | जल घर और आस पास का वातावरण साफ़ रखने के लिए उपयोग किया जाता है|


जल इस दुनिया की सबसे अमूल्य चीज़ है|जल के देवता वरुण देव है|मनुष्य केवल स्वच्छ जल ही अपने शरीर के लिए उपयोग में ला सकता है अन्यथा इसका बुरा असर उसके स्वस्थ पे पड़ता है।

पीने के लिए १०० % शुद्ध पानी ही आवश्यक है क्योंकि हमारा शरीर स्वच्छ और निर्मल जल ही अपना सकता है अन्यथा हमरे शरीर में इसके बुरे असर पड़ते है| पानी आपको निर्जलित होने से रोकता है और यदि इंसान निर्जलित  हो जाये तोह इंसान शक्तिहीन हो जाता है|एक आदमी को दिन में लगभग 7-8 गिलास पानी पीना आवश्यक होता है|


जल आग बुझाने में बहुत आवश्यक है|कहीं आग लगी हो तोह जल द्वारा ही उस आग पे काबू पा सकता है अन्यथा और कोई पदार्थ धरती में जल जितना सहज नहीं आग बुझाने के लिए|

पानी हमारे शरीर के आधे से अधिक वजन को बनाता है। पानी के बिना, दुनिया के सभी जीव मर सकते हैं। पानी केवल पीने के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे दैनिक जीवन के उद्देश्यों जैसे स्नान, खाना पकाने, सफाई और कपड़े धोने आदि के लिए भी आवश्यक है। जल हाइड्रोजन के दो और ऑक्सीजन के एक परमाणु से मिल कर बनता है।

मंगलवार, 22 सितंबर 2020

मालती जोशी की प्रमुख कहानियों में चित्रित सामाजिक यथार्थ

 मालती जोशी की प्रमुख कहानियों में चित्रित सामाजिक यथार्थ

   मालती जोशी हिन्दी कहानीकारों में से एक प्रमुख महिला कहानीकार ह | अपने कहानी साहित्य के द्वारा अपनी अलग पहचान बनाई है | मालती जी ने कहानी के साथ-साथ उपन्यास भी लिखे हैं |

मालती जोशी का जीवन परिचय :  मालती जी का जन्म ४जून १९३४ को औरंगाबाद,महाराष्ट्र में हुआ | मालती जोशी का जन्म मराठवाडा में होंने के कारण उन्होंने मराठी में साहित्य सृजन किया,इतना ही नहीं बल्कि उनकी मराठी में लिखी गई कृतियाँ पुरस्कृत भी हुई हैं | मालती जोशी की शिक्षा किसी एक जगह पर पूरी नहीं हो पाई तो भी अपने अलग-अलग स्थानों से बी.. और एम.. हिन्दी तक की उपाधियाँ प्राप्त की हैं |

मालती जोशी का रचना संसार : मालती जोशी ने प्रमुख रूप से कथा साहित्य ही लिखा है जिसमें कहानी,उपन्यास और बालसाहित्य को सम्मिलित कर सकते हैं |

कहानी-साहित्य : मालती जोशी ने लगभग दस कहानी-संग्रह लिखें हैं | जो इस तरह हैं -  आखिरी शर्त’, एक घर हो सपनों का’,’मालती जोशी की कहानियाँ ,’मध्यांतर , अंतिम संक्षेप ,’बोल री कठ पुतली ,’मोरी रंग दी चुनरिया’, पिया पीर न जानी ,’औरत एक रात है ,’शापित शैशव तथा अन्य कहानियाँ |

उपन्यास साहित्य : मालती जोशी ने पठाक्षेप’, सहचारिणी’,’राग-विराग’, पाषाण युग’, समर्पण का सुख और विश्वास गाथा आदि उपन्यासों का लेखन किया हैं |  

 बाल-साहित्य : मालती जोशी का बालसाहित्य इस प्रकार हैं दादी की घड़ी , रिश्वत एक प्यारी सी’,’रंग बरसते खरबूज’,’बेचैन’, सच्चा सिंगार’,’वही लड़की , एक कर्ज : एक अदायगी आदि |

यथार्थ का अर्थ : अंग्रेजी के ‘Realisam’ को ही हिन्दी साहित्य में यथार्थवाद का पर्यायी रूप कहा जाता है | दूसरे शब्दों में कहा जाए तो किसी वस्तु को उसके मूल रूप में दिखाना या चित्रित करना यथार्थ है | यथार्थवाद की परिभाषा अनेक विद्वानों ने दी हैं | रामचन्द्र वर्मा जी कहा है कि –“ यथार्थवाद में आदर्शों का ध्यान छोड़कर उसी रूप में कोई चीज या बात लोगों के सामने रखी जाती है जिस रूप में वह नित्य या प्रायः सबके सामने आती रहती है | उसमे कर्ता न तो अपनी ओर से टिप्पणी करता है, न अपना दृष्टिकोण बतलाता है और निष्कर्ष निकालने का काम दर्शकों या पाठकों पर छोड़ देता है |”1 वर्तमान साहित्य को सही ढंग से समाज का चित्रण करने की क्षमता यथार्थवाद से ही मिली है | आज साहित्य के द्वारा जीवन के अनेक रूपों को चित्रित किया जा रहा है | यथार्थवाद के बारे में डॉ. त्रिभुवन सिंह का कहना है कि,जो साहित्यकार मानव जीवन एवं समाज का सम्पूर्ण वास्तविक चित्र काल्पनिक संसार से न लेकर वास्तविक संसार से लेता है,उसे ही हम यथार्थवादी साहित्यकार कह सकते हैं | यथार्थवादी कलाकार अपनी प्रतिभा के बल पर बाह्य पदार्थो का यथातथ्य चित्र उपस्थित करता है | अत: इस प्रकार के चित्र प्रस्तुत करते समय वह अपनी भावुकता तथा अनुभूतियों का सहारा लेता है उनको बाधक नहीं होने देता | साहित्य समाज का दर्पण है इसलिए समाज में घटित होने वाली हर घटना साहित्य के द्वारा साकार रूप धारण करती है | समाज में आ रहे बदलाव और घटित घटनाओं को साहित्यकार अपनी रचना का विषय बनाता है | जिस साहित्य में समाज का चित्र न दिखता हो उसका कोई महत्व दिखाई नहीं देता |

सामाजिक यथार्थवाद : सामाजिक यथार्थवाद में समाज की वास्तवता को अधिक महत्व दिया जाता है | इसके संदर्भ में डॉ. त्रिभुवन सिंह लिखते है कि –“ समाज की वास्तविक अवस्था में किसी भी वस्तु का तद्वत चित्र उतार देना श्रेष्ठ साहित्य के लिए हानिकारक होता है | साहित्यिक चित्र कैमेरे द्वारा लिया गया चित्र नहीं होता,बल्कि वह साहित्यकार की लेखनी द्वारा चित्रित किया गया ऐसा चित्र होता है कि जिसमें साहित्यकार के अनुभव एवं कल्पना के सुंदर रंग ढले होते हैं | संक्षिप्त रूप में हम कह सकते हैं कि सामाजिक विषमताओं, भ्रष्टाचारों तथा वैयक्तिक स्वार्थ से आक्रान्त , पीड़ित समाज की दयनीय परिस्थितियों को उसके वास्तविक रूप में समाज के सामने प्रस्तुत करना सामाजिक यथार्थवाद का प्रधान लक्ष्य है|” कुलमिलाकर कहा जा सकता है कि समाज जैसा है वैसा ही उसका चित्रण किया जाए | समाज गुण दोषों का पुंज है उसमें से जो अवश्यक हो उसी का चित्रण किया जाना चाहिए |

कहानियों में चित्रित सामाजिक यथार्थ : मालती जोशी एक सशक्त महिला कहानीकार है | उन्होंने अपनी कहानियों में हमेशा समाज के यथार्थ का ही चित्रण किया है | समाज में जीवन जीते हुए जो अनुभूति उन्हें हुई उसी को अपनी  कहानियों का आधार बनाया ऐसा कहा जाए तो कोई अतिशोक्ति नहीं होगी | मालती जोशी की सभी कहानियों का उल्लेख करना यहाँ संभव नहीं हैं इसलिए उनकी कुछ प्रमुख कहानियों को ही यहाँ उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा हैं |

रानियाँ : मालती जोशी के बोल री कठपुतली इस कहानी-संग्रह में संकलित रानियाँ यह कहानी है | इस कहानी की नायिका वंदना है | जिन्होने समाजशास्त्र में पी-एच.डी. की है | वह समाजशास्त्र की व्याख्याता थी, इसी के साथ उन्हें संगीत का शौक होने के कारण वह संगीत के स्टेज प्रोग्राम भी करती थी | किसी प्रोग्राम में जब उसका गला खराब हुआ तो उसे ठीक करने के लिए डॉ. कुमार के पास जाती है | डॉ कुमार ने उसका गला तो ठीक किया, इसी के साथ वे वंदना का संगीत प्रोग्राम देखने भी गए | वंदना डॉ. कुमार की कला रसिकता को देखकर अपना सबकुछ उन्हें दे देती है मतलब उनसे प्यार करती है|

    डॉ. कुमार की पत्नी चौथे बच्चे की माँ बन रही थी | जब वंदना को कुमार के बारे में पता चलता है तब वह बेहोश हो जाती है | बाद में संभल कर उसके पत्नी का पता पुछकर कुमार की पत्नी के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहती है कि जो औरत मन से, शरीर से इतना टूट गई हो, वह सौम्य और सुंदर कैसी बनी रहे ? सुरुचि संपन्न होने के लिए भी साधन चाहिए, समय और सुविधा चाहिए | अपने साथी का सहयोग और सहानुभूति चाहिए| कुमार तो उन्हें ससुराल की खुला जेल में छोड़कर निश्चिंत हो गए | वह औरत पति की महती आकांशाओं के लिए शहीद होती रही है और शहादत का तमगा ये लटकाए घूम रहे हैं |” डॉ.वंदना पढ़ी लिखी होकर भी वह कुमार को समझ नहीं पाई| आज ऐसी कहीं सारी महिला हैं, जो इसी तरह फँसती जा रही है | लेखिका ने आज के समाज का यथार्थ इस कहानी के माध्यम से प्रस्तुत किया है |  

    मालती जोशी की सामाजिक यथार्थ की और एक कहानी है जिसका नाम साथी है | जो आखिरी शर्त इस कहानी संग्रह में संकलित है | साथी इस कहानी में एक परिवार जिनके बच्चों की शादी एवं नौकरी के कारण माता-पिता को अकेलापन लगने लगता है | एक दिन उनका बेटा गाव आता है जो कलेक्टर है | वह उन्हें अपने साथ चलने को कहता है | जब माता-पिता उनके साथ जाते है | पिता अपनी डेढ़ सौ रूपये की पेंशन पर जब तब अपनी बेटियों को बुला लेते थे | एक दिन कलेक्टर बेटे ने माँ से कहा कि लड़कियों को बुलाने पर सौ खर्चे होते हैं | दोनों अपनी-अपनी ससुराल में नाम ऊँचा किए हुए हैं कि मेरा भाई कलेक्टर है | हर बार उनकी विदाई पाँच सौ से कम में नहीं पड़ती |” बेटे को घर में आए हुए मेहमान अच्छे नहीं लगते| पिता जी की देखभाल माँ को करना पढ़ता था | बाद में माँ को समझ में आता है की उनका रहना उन्हें अच्छा नहीं लग रहा है | तो भी उन्हें मजबूरी से वहाँ रहना पड़ता है | ऐसा चित्र आज भी हमें देखने को मिलता है | इसलिए कहना पड़ता है की मालतीजी की कहानियाँ समाजिक यथार्थ का दर्पण हैं | इसी तरह की उनकी अनेक कहानियाँ है जिस में से कुछ प्रमुख कहानियों का नामोलेख्ख करता हूँ | जो इस प्रकार हैं मध्यांतर’, मोहभंग’, सती ,’आवारा बादल ,’मान-अपमान ,’मन हुआ धुआँ-धुआँ और अक्षम्य आदि | कुलमिलाकर इतना ही कहा जा सकता है कि मालती जोशी की कहानियां सामाजिक यथार्थ की दस्तावेज़ हैं |                           

संदर्भ-सूची :

१) रामचन्द्र वर्मा मानस हिन्दी कोश, पृष्ठ संख्या - ४३५

 ) डॉ. त्रिभुवन सिंह हिन्दी उपन्यास और यथार्थ, पृष्ठ संख्या-४४

 ) – वहीं --                        पृष्ठ संख्या-२३१

 ) मालती जोशी रानियाँ , बोल री कठपुतलीकहानी संग्रह,पृष्ठ संख्या-९३

)  मालती जोशी साथी,‘आखिरी शर्त कहानी संग्रह,पृष्ठ संख्या-१०९

  

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