गुरुवार, 25 फ़रवरी 2021

कारक – परसर्ग/विभक्ति

 कारक – परसर्ग/विभक्ति


1. कर्ता कारक – शून्य, ने (को, से, द्वारा)

2. कर्म कारक – शून्य, को

3. करण कारक – से, द्वारा (साधन या माध्यम)

4. सम्प्रदान कारक – को, के लिए

5. अपादान कारक – से (अलग होने का बोध)

6. संबंध कारक – का–के–की, ना–ने–नी; रा–रे–री

7. अधिकरण कारक – में, पर

8. संबोधन कारक – हे, हो, अरे, अजी…….

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

विद्यार्थी जीवन में योग का महत्व

  विद्यार्थी जीवन में योग का महत्व विद्यार्थी जीवन मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और आधारभूत चरण होता है। यह समय न केवल शिक्षा अर्जित करने का...