मित्रता
एक सच्चा मित्र नि:स्वार्थ होता है। वह जरूरत पड़ने पर अपने मित्र की हमेशा सहायता करता है। एक सच्चा मित्र अपने मित्र को हमेशा उचित कार्य करने की सलाह देता है। लेकिन इस विश्व में सच्चे मित्र को ढूँढ़ पाना बहुत कठिन है।
मित्रता कृष्ण और सुदामा जैसी होनी चाहिए।
सच्चा मित्र वही है जो हमें कुमार्ग की और जाने से रोके तथा सन्मार्ग की प्रेरणा दे | सच्चा मित्र चापलूसी नहीं करता | मित्र के अवगुणों पर पर्दा भी नहीं डालता | वह कुशलता-पूर्वक मित्र को उसके अवगुणों से सावधान करता है | उसे सन्मार्ग पर चलने में सहयोग देता है |
कुमारी गौरवी गोरे
कक्षा आठवीं ब
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मित्रता
मित्रता वह भावना होती है जो दो मित्रों के हार्ट को जोड़ती है. एक सच्चा मित्र नि:स्वार्थ होता है. वह ज़रूरत पड़ने पर सहायता करता है. एक सच्चा मित्र अपने मित्र को हमेशा उचित कार्य करने की सलाह दे.
कुमारी माणिक
कक्षा आठवीं ब
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