वीरों की गाथा, महाकाव्य की क़िताब,
उनके बलिदान की, हम यहाँ करें सराह.
वीर सपूतों की कहानी, देश के नाम,
जिन्होंने लहराया तिरंगा, छोड़ नहीं थे क़दम.
आज भी याद है, उनकी वीरता कभी,
वीरों के पराक्रम की बढ़ती है बराबरी.
शौर्य और साहस से, उन्होंने लड़ा युद्ध,
देश के लिए जान कुर्बानी के पथ पर चुढ़.
वीरों का सम्मान करते हैं हम आज भी,
उनकी गाथा बनी हमारी गरिमा की क़हानी.
जब भी आवश्यक हो, तिरंगे के लिए तैयार,
वीरों की गाथा हमें देती है प्रेरणा सार.
सलाम है उन वीरों को, जिन्होंने बलिदान दिया,
देश की आज़ादी के लिए, अपना दिल बेचा.
वीरों की गाथा, हमें सिखाती है समर्पण,
देश सेवा का बलिदान, है यही हमारा धर्म।
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