पांडवों का धृतराष्ट्र के प्रति व्यवहार पर 10 लघु प्रश्न-उत्तर
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प्रश्न: पांडवों का धृतराष्ट्र के प्रति व्यवहार कैसा था?
उत्तर: पांडवों ने धृतराष्ट्र के प्रति हमेशा सम्मान और विनम्रता का व्यवहार किया, भले ही उन्होंने उनके साथ अन्याय किया था। -
प्रश्न: युधिष्ठिर ने धृतराष्ट्र को क्या सम्मान दिया?
उत्तर: युधिष्ठिर ने धृतराष्ट्र को पिता समान माना और उनके प्रति कर्तव्य निभाया। -
प्रश्न: पांडवों ने धृतराष्ट्र के प्रति क्रोध क्यों नहीं किया?
उत्तर: पांडवों ने धृतराष्ट्र के प्रति क्रोध न करके उन्हें वृद्ध और असहाय समझकर सहानुभूति और आदर दिया। -
प्रश्न: दुर्योधन की गलतियों के बावजूद पांडवों ने धृतराष्ट्र को क्यों क्षमा किया?
उत्तर: पांडवों ने धृतराष्ट्र को क्षमा किया क्योंकि वे उन्हें परिवार का मुखिया मानते थे और उनकी स्थिति को समझते थे। -
प्रश्न: भीम का धृतराष्ट्र के प्रति क्या दृष्टिकोण था?
उत्तर: भीम ने भी धृतराष्ट्र का सम्मान किया, लेकिन अपने पुत्रों की मृत्यु के कारण धृतराष्ट्र के प्रति उनकी भावनाएं थोड़ी कठोर थीं। -
प्रश्न: धृतराष्ट्र ने पांडवों से किस प्रकार का व्यवहार किया था?
उत्तर: धृतराष्ट्र ने अपने पुत्रों का पक्ष लिया और पांडवों के साथ अन्याय किया, फिर भी पांडवों ने उन्हें क्षमा कर दिया। -
प्रश्न: पांडवों ने धृतराष्ट्र को किस प्रकार सांत्वना दी?
उत्तर: पांडवों ने धृतराष्ट्र को उनके पुत्रों की मृत्यु का दुख सहने के लिए सांत्वना दी और उनके प्रति सहानुभूति प्रकट की। -
प्रश्न: धृतराष्ट्र ने पांडवों को क्या दोषी माना?
उत्तर: धृतराष्ट्र ने प्रारंभ में पांडवों को दोषी माना, लेकिन बाद में उनकी क्षमा और आदर से प्रभावित हुए। -
प्रश्न: पांडवों के धृतराष्ट्र के प्रति व्यवहार से क्या गुण सामने आते हैं?
उत्तर: पांडवों के व्यवहार से क्षमा, आदर, सहानुभूति और धर्मनिष्ठा जैसे गुण सामने आते हैं। -
प्रश्न: धृतराष्ट्र और पांडवों के संबंधों से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: इन संबंधों से शिक्षा मिलती है कि सहनशीलता और क्षमा से परिवार और समाज में शांति और सामंजस्य बना रहता है।
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