काव्यांश:
धरती की गोदी में हरियाली छाई है,
प्यारी-प्यारी बगिया में फूलों ने राई है।
आसमान में सूरज की किरणें खिल रही हैं,
पक्षी गा रहे हैं, हवा भी हल्की-हल्की बह रही है।
प्रकृति ने अपनी सुंदरता का जादू बिखेरा है,
हर पक्षी, हर पेड़, हर फूल अपनी जगह पर खिला है।
धरती माँ की गोदी में सबकुछ प्यारा है,
यह जीवन का सबसे अच्छा रूप हमारे पास आया है।
हमें इस सुंदरता की कीमत समझनी चाहिए,
प्रकृति को बचाने की कसम हमें खानी चाहिए।
अगर हम इसका संरक्षण करेंगे, तो ये हमें हमेशा मिलेगा,
प्रकृति की गोदी में सुख और शांति हमें मिलेगा।
MCQ 1:
काव्यांश में प्रकृति के बारे में क्या कहा गया है?
A) यह भयावह है
B) यह नीरस है
C) यह सुंदर और खुशहाल है
D) यह हमेशा बदलती रहती है
MCQ 2:
काव्यांश में पक्षियों के बारे में क्या उल्लेख किया गया है?
A) वे गा रहे हैं
B) वे चुप हैं
C) वे उड़ रहे हैं
D) वे सो रहे हैं
MCQ 3:
प्रकृति को बचाने के लिए क्या करना चाहिए?
A) इसे नज़रअंदाज़ करना
B) इसका संरक्षण करना
C) इसका दोहन करना
D) इसे बदलना
लघुत्तरी प्रश्न:
काव्यांश में प्रकृति के क्या फायदे बताए गए हैं?
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