मंगलवार, 12 अगस्त 2025

स्वतंत्रता दिवस भाषण – प्रगति, विकास और संकल्प

 



स्वतंत्रता दिवस भाषण – प्रगति, विकास और संकल्प

सम्माननीय प्रधानाचार्य महोदय, आदरणीय शिक्षकगण, और मेरे प्यारे साथियों,
सुप्रभात!
आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

आज 15 अगस्त का दिन हमें 1947 का वह सुनहरा क्षण याद दिलाता है, जब वर्षों की गुलामी के बाद हमारे देश ने स्वतंत्रता की सांस ली थी। यह आज़ादी हमारे वीर सपूतों के बलिदान का परिणाम है।

"शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशाँ होगा।"

दोस्तों, आज हम उस भारत में खड़े हैं, जिसने आज़ादी के बाद से हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
हमारे देश ने कृषि में हरित क्रांति, अंतरिक्ष में चंद्रयान और गगनयान जैसे मिशन, विज्ञान और तकनीक में विश्व स्तर पर पहचान बनाई है।
हम आत्मनिर्भर भारत के सपने की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं।

"कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-जहाँ हमारा।"

हाल ही में, हमारे देश की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक अंजाम देकर यह साबित कर दिया कि भारत केवल शांति का उपासक नहीं, बल्कि अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने वाला देश है। इस ऑपरेशन ने न केवल हमारी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया, बल्कि यह भी दिखाया कि हम हर परिस्थिति का सामना करने में सक्षम हैं।

आज का भारत एक बहुमुखी विकास की ओर अग्रसर है —
शिक्षा, उद्योग, खेल, कला, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष और डिजिटल तकनीक—हर क्षेत्र में हम नए कीर्तिमान बना रहे हैं।
हमारे खिलाड़ी ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में तिरंगा लहरा रहे हैं, वैज्ञानिक नई खोज कर रहे हैं, किसान नई तकनीकों से खेती को सशक्त बना रहे हैं।

"जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा,
वो भारत देश है मेरा।"

लेकिन साथियों, अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है।
हमें भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अशिक्षा और प्रदूषण जैसी चुनौतियों का सामना करना है।
भविष्य में हमें अपने देश को स्वच्छ, समृद्ध, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।
हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे और देश की उन्नति में योगदान देंगे।

"न भूलो भारत के वीरों का बलिदान,
उनकी शहादत है हमारा सम्मान।"

आओ, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम सब मिलकर यह वचन दें —
हम मेहनत, ईमानदारी और एकता से भारत को विश्वगुरु बनाएँगे।

जय हिंद! जय भारत!



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